मनीश कश्यप को शनिवार के दिन पटना की बेउर जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया है मनीश कश्यप पर फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर फैलाने के आरोप में तमिलनाडु पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद तमिलनाडु सरकार ने मनीष के खिलाफ से के NSA तहत कार्रवाई की थी इसके बाद से ही मनीष पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा था जिससे पटना कोर्ट ने खारिज कर दिया है मनीष को रिहा कर दिया गया है इस घटना से जुड़े तीन मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी अब इस बार वह पूरी तरीके से रिहा हो चुके हैं वैसे तो मनीष कश्यप की रिहाई शुक्रवार की देर शाम को ही होनी थी लेकिन रिहाई के कागजात में कुछ गलती होने की वजह से वह जेल से रिहा नहीं हो पाए, बताया जा रहा है कि उनका नाम मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी है लेकिन उनकी जो रिहाई के दस्तावेज थे उसमें अधूरा नाम लिखा हुआ था इस वजह से शनिवार को संभव हो पाई हालांकि जेल से बाहर आने के बाद मनीष के समर्थन में बहुत सारे लोग वहां पर मौजूद थे तभी मनीष ने मीडिया से बात करते हुए बिहार सरकार पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि बिहार में कंस की सरकार चल रही है और मेरे खिलाफ साजिश की गई थी इसी वजह से मैं 9 महीने जेल में रहा इतना ही नहीं वह बोले कि भगवान कृष्ण ने जेल में जन्म लिया था बिहार में बहुत सारे कंस हैं जिन्होंने मेरे खिलाफ साजिश की थी यह सजा मुझे कोर्ट ने नहीं नेताओं ने दी है मुझ पर NSA लगाया गया था जिसे कोर्ट ने हटा दिया यह जो भीड़ मौजूद है मैं उनकी आंखों की उम्मीद पूरी करूंगा जो भी मेरा भाग्य में होगा वह होगा मनीष कश्यप की रिहाई की खबर सुनकर बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जुड़ गई थी शुक्रवार से ही पटना के जेल से उनकी रिहाई की खबर सुनने के बाद बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थक जेल के बाहर आ रहे थे हालात ऐसे हो गए थे की मौके पर पुलिस मंगवानी पड़ गई थी क्योंकि सड़क जाम की स्थिति हो गई थी मनीष के आसपास इतनी भीड़ थी जैसे कोई नेता अपनी रैली निकाल रहा किसी दौरान मीडिया ने जब मनीष से पूछा कि क्या आप राजनीति में आने वाले हैं तब उन्होंने जवाब दिया कि अगर भाग्य में होगा तो मैं इन लोगों के बीच से पत्रकारिता करूंगा मुझे बिहार को बदलना है अभी तो वक्त ही बतायेगा कि मनीष कश्यप बिहार के लोगों के लिए क्या करते हैं
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