लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। एनडीए को 346 सीटें और इंडिया गठबंधन को 162 सीटें मिलने का अनुमान है। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन सकते हैं। हिंदी पट्टी में पीएम मोदी का प्रभाव कायम है
2024 के लोकसभा चुनाव में आखिरी चरण का मतदान पूरा हो गया। अंतिम चरण में आठ राज्यों की 57 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए। एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 346 और इंडिया गठबंधन को 162 सीटें मिलने का अनुमान है। बीजेपी को 311 और कांग्रेस को 65 सीटें मिल सकती हैं। दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों की सीटें बढ़ने का अनुमान है।
एग्जिट पोल में 2019 के मुकाबले यूपी में एनडीए की सीटें बढ़ने का अनुमान है। पीएम मोदी ने वाराणसी से चुनाव लड़ा, राहुल गांधी ने रायबरेली से, और अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। इस बार डीएसपी ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। राम मंदिर बनने के बाद यूपी में यह पहला चुनाव है।
बिहार में 2019 में 39 सीटें मिली थीं। इस बार आंकड़ा कम होता नजर आ रहा है, लेकिन नीतीश कुमार के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से एनडीए को नुकसान हो सकता है। इंडिया गठबंधन में राजद को सबसे ज्यादा 6 सीटें मिलने का अनुमान है। एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 29, इंडिया गठबंधन को 8 और अन्य को 3 सीटें मिलने का अनुमान है। झारखंड में बीजेपी को एक सीट की बढ़त का अनुमान है और कांग्रेस का खाता भी खुलता नहीं दिख रहा। झामुमो को एक सीट मिल सकती है।
महाराष्ट्र में इंडिया की सीटें कम हो सकती हैं। TV9 के एग्जिट पोल के मुताबिक, शिवसेना और एनसीपी में टूट का फायदा इंडिया गठबंधन को हो सकता है। 2019 में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर महाराष्ट्र की 48 में से 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस साल शिवसेना उद्धव और शिंदे में बंट गई और शिंदे एनडीए में शामिल हो गए। एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 36, इंडिया को 9 और अन्य को 3 सीटें मिलने का अनुमान है।
राजस्थान में बीजेपी को झटका लग सकता है। पिछली बार के मुकाबले पांच सीटों का नुकसान हो सकता है। राज्य की सभी 25 सीटों पर कब्जा करने वाली बीजेपी इस बार 19 सीटों पर सिमट सकती है। इंडिया गठबंधन को 5 और अन्य को 1 सीट मिलने का अनुमान है।
पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी ने इस बार काफी जोर लगाया है जिसका फायदा एग्जिट पोल से बीजेपी को होता दिखाई दे रहा है। टीएमसी इंडिया गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ी जिसका उसे नुकसान हो सकता है। एग्जिट पोल के मुताबिक, राज्य की 42 सीटों में बीजेपी को 23 सीटें मिलने का अनुमान है जो पिछली बार से 3 ज्यादा हैं। ममता बनर्जी को 2 सीटों का नुकसान हो सकता है। उन्हें 20 सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस को 1 और लेफ्ट का खाता खुलता नहीं दिख रहा।
तमिलनाडु में बीजेपी को बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद है। बीजेपी और उसके सहयोगियों को राज्य में 4 सीटें मिल सकती हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी को तमिलनाडु में एक भी सीट नहीं मिली थी। एग्जिट पोल के मुताबिक, राज्य की 39 सीटों में से इंडिया गठबंधन को 35 और एआईएडीएमके को कोई सीट नहीं मिलती दिख रही है। इंडिया गठबंधन के तहत डीएमके और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
केरल में पहली बार बीजेपी का खाता खुल सकता है। एग्जिट पोल के मुताबिक, त्रिशूर से बीजेपी के सुरेश गोपी चुनाव जीत सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 20 लोकसभा सीटों में 19 पर जीत दर्ज करने वाली यूडीएफ इस बार 16 सीटों पर सिमट सकती है। एलडीएफ को 3 और बीजेपी को पहली बार 1 सीट मिलने की उम्मीद है। यहां कांग्रेस के शशि थरूर और बीजेपी के केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के बीच मुकाबला है।
कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं। पिछली बार 25 सीटें बीजेपी ने जीती थीं, 1 कांग्रेस और 1 अन्य के खाते में गई थी। लेकिन इस बार बीजेपी को नुकसान होने का अनुमान है। जीडीएस के साथ गठबंधन के बावजूद भाजपा को 7 सीटों का नुकसान हो सकता है। एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 20 और इंडिया को 8 सीटें मिल सकती हैं।
तेलंगाना में बीआरएस को बड़ा झटका लगने का अनुमान है। एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी और कांग्रेस की सीटें बढ़ सकती हैं। 2019 में बीआरएस को 9 सीटें मिली थीं जबकि बीजेपी को 4 और कांग्रेस को 3 सीटें मिली थीं। TV9 के एग्जिट पोल के अनुसार, इंडिया गठबंधन को 8, बीआरएस को 1 और एआईएमआईएम को 1 सीट मिलने का अनुमान है। हैदराबाद की सीट को हॉट सीट माना जा रहा है, जहां ओवैसी और बीजेपी की माधवी लता के बीच मुकाबला है। हालांकि, एग्जिट पोल के मुताबिक, ओवैसी की स्थिति थोड़ी बेहतर है लेकिन बीआरएस को बड़ा नुकसान हो सकता है।
हरियाणा में कांग्रेस को पिछली बार के मुकाबले कुछ फायदा होने का अनुमान है। 10 सीटों में एनडीए को 8 और इंडिया को 2 सीटें मिलने का अनुमान है।
दिल्ली में चुनावी स्थिति और एग्जिट पोल के परिणाम
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को प्रचार के लिए अंतिम मौके मिलने के बावजूद इंडिया गठबंधन को फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है। एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी पिछली बार की तरह जीत सकती है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा है,
कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के मुताबिक, ये सरकारी एग्जिट पोल हैं और 4 जून को विपक्ष सच्चाई सामने लाएगा। खेड़ा ने कहा कि एग्जिट पोल वही बताते हैं जो सरकार चाहती है। इसे गंभीरता से लेना गलत होगा, इसे सिर्फ मनोरंजन का एक साधन मानें। 2004 को याद कीजिए, उसमें भी ऐसा ही हुआ था। हमारे गठबंधन को 295 सीटें मिल रही हैं और यह स्पष्ट बहुमत है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम एक हैं और एक रहेंगे। हमें सच्चाई इस देश के लोगों को बताना है। इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और हम सरकार बनाएंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह का एग्जिट पोल पर आरोप
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी की किसी बड़ी गड़बड़ी की आशंका जता रही है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल फर्जी हैं और बीजेपी के दफ्तर में तैयार किए गए हैं। हर राज्य में भाजपा की सीटें कम हो रही हैं और एनडीए को 400 सीटें दी जा रही हैं। यह बड़ी हेरा फेरी की तैयारी है।
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। बीजेपी को 220 के करीब और एनडीए को 235 के करीब सीटें मिलेंगी। इंडिया गठबंधन अपने दम पर मजबूत सरकार बनाने की दिशा में बढ़ रहा है। 4 तारीख को परिणाम तय होगा।
अखिलेश यादव ने कहा है कि जो ध्यान मांग रहे हैं वे 4 तारीख को गायब हो जाएंगे। उन्होंने बड़ा दावा किया कि 4 तारीख को इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन की सबसे ज्यादा सीटें होंगी।
सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि टीवी चैनलों पर सरकारी सर्वे चल रहे हैं जबकि हमारा सर्वे जनता का सर्वे है।